जीवन की हर राह में हम सब कभी न कभी कठिनाइयों, असफलताओं और प्रतीक्षा के क्षणों से गुजरते हैं। ऐसे समय में जो व्यक्ति टिके रहता है, वही सच्चे अर्थों में विजेता बनता है। इस टिके रहने की शक्ति का नाम है — धैर्य।
धैर्य का अर्थ सिर्फ इंतज़ार करना नहीं है, बल्कि सही समय आने तक अपने मन को शांत और स्थिर रखना है। यह वह गुण है जो हमें अधीरता, भय और निराशा से बचाता है। जब परिस्थितियाँ हमारे विरुद्ध हों, तब भी धैर्य हमें यह विश्वास दिलाता है कि “यह समय भी बीत जाएगा।”
हर महान व्यक्ति की सफलता के पीछे धैर्य की एक लंबी साधना होती है। चाहे वह डाॅ. भीमराव रामजी आंबेडकर हों, स्वामी विवेकानंद हों या एपीजे अब्दुल कलाम — सभी ने कठिन समय में भी हार नहीं मानी। उन्होंने धैर्य रखा, आत्मविश्वास बनाए रखा, और अंततः अपने सपनों को साकार किया।
धैर्य एक बीज की तरह है — आप उसे बोते हैं, पर फल तुरंत नहीं मिलता। मिट्टी के भीतर वह धीरे-धीरे जड़ें फैलाता है, शक्ति संचित करता है, और एक दिन विशाल वृक्ष बनकर सामने आता है। यदि हम अधीर होकर उस बीज को उखाड़ दें, तो न वृक्ष बचेगा, न फल। जीवन में भी यही नियम है — परिणाम पाने से पहले हमें अपनी तैयारी, मेहनत और प्रतीक्षा को धैर्यपूर्वक निभाना पड़ता है।
आज की तेज़ रफ्तार दुनिया में, जहाँ सब कुछ “फटाफट” चाहिए — धैर्य रखना एक दुर्लभ कला बनती जा रही है। पर जो इसे साध लेता है, वही सच्चे अर्थों में अपने जीवन का मालिक बनता है। क्योंकि धैर्य हमें मानसिक दृढ़ता देता है, निर्णयों में स्पष्टता लाता है, और हमें हर परिस्थिति में शांत रखता है।
इसलिए जब जीवन में चुनौतियाँ आएँ, जब मंज़िल दूर लगे, तो खुद से यह कहें —
“मैं धैर्यवान हूँ। Divine Mother Nature मेरे लिए सही समय पर सब कुछ प्रकट करेगी।”
धैर्य सिर्फ एक गुण नहीं — यह वह मौन शक्ति है जो असंभव को संभव बना देती है।
AD Exams Academē Website Stats
- 10,965,652 hits
पर्सनल गायडंस प्रोग्राम (पी.जी.पी.)
• पुस्तके व मासिके • पर्सनल स्टडी प्लान्स • Signal App Tests • Surprise Test • Knowledge Test • Tests via eMail • Essay Assignment via eMail • Notes Guidance • Personality Development • Food related guidance-
Join 4,643 other subscribers
-

